संवाद न्यूज एजेंसी।
एकौना। झमाझम बारिश का असर कछार और दोआबा की नदियों के जलस्तर पर पड़ने लगा है। गोर्रा और राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती बंधों पर नदी का दबाव बढ़ता जा रहा। दो दिन में गोर्रा नदी का जलस्तर 55 सेमी और राप्ती का 20 सेमी बढ़ा है। बारिश से तटबंधों पर हो रहे निरोधात्मक कार्य प्रभावित होने लगे हैं। सिंचाई विभाग और लोक निर्माण विभाग गोर्रा नदी के पिड़रा पुल के एप्रोच पर बोरी में मिट्टी भर कर कटान रोकने के प्रयास में जुटा है।
शनिवार को गोर्रा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 70.50 मीटर के नीचे 67.55 और राप्ती 67.15 सेमी पर बह रही थी। गोर्रा नदी पिड़रा पुल के एप्रोच के पूर्वी और पश्चिमी दोनों छोर पर नीचे से बंधे को खोखला कर रही है। यहां दो साल से कटान होने से अक्सर आवागमन बाधित हो जा रहा। तिघरा मराछी बांध पर राप्ती नदी करहकोल, माझा नरायन, नीबा, कोड़र, भेड़ी के समीप बंधे पर दबाव बना रही है। भेड़ी गांव के समीप बोल्डर पिचिंग का कार्य होने के बाद बंधे पर जलभराव होने की संभावना बनी है। गायघाट, नकईल के तलशपुरवा, रामपुर के समीप नदी साल दर साल कटान कर आबादी की तरफ तेजी से बढ़ रही है
48 घंटे में 55 सेमी बढ़ा गोर्रा नदी का जलस्तर
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